आरा के गुदरी किराना बाजार में व्यापारियों की बढ़ती परेशानियां: सुविधाओं की कमी, जाम और ऑनलाइन शॉपिंग से कारोबार पर संकट
आरा के ऐतिहासिक गुदरी बाजार की बदहाली पर व्यापारियों की नाराजगी
आरा, बिहार: आरा शहर का गुदरी किराना बाजार कभी व्यापारिक गतिविधियों से गुलजार रहता था, लेकिन आज इसकी स्थिति बदतर होती जा रही है। बुनियादी सुविधाओं की कमी, लगातार बढ़ते ट्रैफिक जाम और ऑनलाइन शॉपिंग के बढ़ते प्रभाव के कारण बाजार की रौनक धीरे-धीरे खत्म हो रही है। व्यापारी वर्ग इस स्थिति से परेशान है और सरकार तथा नगर निगम से बेहतर सुविधाएं देने की मांग कर रहा है।
गुदरी मंडी आरा जिले का सबसे पुराना थोक और खुदरा किराना बाजार है, जहां आसपास के जिलों से भी व्यापारी माल खरीदने आते हैं। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में मंडी की स्थिति इतनी खराब हो गई है कि ग्राहकों की संख्या में भारी गिरावट आ गई है। शौचालय, पेयजल, पार्किंग और सुरक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण ग्राहक खरीदारी करने से कतराने लगे हैं।
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गुदरी बाजार के व्यवसाई |
व्यापारियों की मुख्य समस्याएं:
1. ट्रैफिक जाम से ग्राहक और व्यापारी दोनों परेशान
गुदरी मंडी में ट्रैफिक जाम सबसे बड़ी समस्या बन गई है। इस कारण ग्राहक बाजार तक नहीं पहुंच पाते, और जो पहुंचते हैं वे जल्दी लौट जाते हैं।
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शालिक राय, किराना विक्रेता ने कहा,
"पहले महिलाएं परिवार के साथ खरीदारी करने आती थीं, लेकिन अब जाम की समस्या के कारण ग्राहक गोपाली चौक से ही लौट जाते हैं।" -
राजेश कुमार, किराना विक्रेता ने बताया,
"गुदरी मंडी में जाम की समस्या गंभीर है। बाहर से आने वाले मालवाहक वाहन नो एंट्री में फंस जाते हैं, जिससे व्यापार प्रभावित हो रहा है।" -
सतीश केसरी, किराना विक्रेता ने चिंता जताई,
"पहले आरण्य देवी गली में बाइक लगाने की जगह थी, लेकिन अब वहां पूरी तरह जाम लगा रहता है।"
2. शौचालय और पेयजल की सुविधा का अभाव
गुदरी बाजार में सार्वजनिक शौचालय और पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे ग्राहक ज्यादा देर तक खरीदारी नहीं कर पाते।
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बबलू कुमार, किराना विक्रेता ने कहा,
"गुदरी मंडी में कहीं भी सार्वजनिक शौचालय नहीं है, जिससे ग्राहक जल्दबाजी में खरीदारी कर लौट जाते हैं।" -
संतोष केसरी, किराना विक्रेता ने चिंता जताई,
"महिलाओं को सबसे ज्यादा समस्या शौचालय को लेकर होती है, जिससे वे मंडी आने से कतराने लगी हैं।" -
मंटू केसरी, किराना विक्रेता ने नाराजगी जताई,
"शौचालय की अनुपलब्धता के कारण लोग गलियों को ही यूरिनल की तरह इस्तेमाल करने लगे हैं।" -
विनोद कुमार, किराना विक्रेता ने सुझाव दिया,
"अगर मंडी में शौचालय और पेयजल की सुविधा होगी, तो ग्राहक अधिक समय तक रुकेंगे और व्यवसाय बढ़ेगा।"
3. ऑनलाइन शॉपिंग ने घटाई बिक्री
ऑनलाइन शॉपिंग की वजह से स्थानीय दुकानदारों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
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अजय कुमार, दुकानदार ने बताया,
"पहले ग्राहकों की भीड़ हुआ करती थी, लेकिन ऑनलाइन शॉपिंग के कारण अब व्यवसाय आधा रह गया है।" -
अजित कुमार, किराना विक्रेता ने कहा,
"ऑनलाइन ग्रॉसरी बाजार ने स्थानीय किराना व्यवसाय को बहुत नुकसान पहुंचाया है, बिक्री आधी रह गई है।" -
गोपाल जी प्रसाद, किराना विक्रेता ने आरोप लगाया,
"मॉल और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर एमआरपी बढ़ाकर छूट दी जाती है, जिससे ग्राहक आकर्षित होते हैं, लेकिन गुणवत्ता घटिया होती है।" -
अनिल केसरी, किराना विक्रेता ने चेतावनी दी,
"ऑनलाइन खरीदे गए खुले पैक वाले किराना सामान की गुणवत्ता सही नहीं होती, इसमें मिलावट भी रहती है।"
4. कैशलेस ट्रांजैक्शन और बैंकिंग सुविधाओं की कमी
कैशलेस भुगतान बढ़ने से भी व्यापार प्रभावित हो रहा है।
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मुन्ना केशरी, किराना विक्रेता ने चिंता जताई,
"कैशलेस लेन-देन के बढ़ने से भी परेशानी बढ़ गई है, डिजिटल ट्रांजैक्शन के कारण 60-70% व्यवसाय घट गया है।" -
शैलेश कुमार, किराना विक्रेता ने कहा,
"ग्राहक ऑनलाइन पेमेंट करना चाहते हैं, लेकिन यहां QR कोड की सुविधा नहीं होने से उन्हें एटीएम खोजना पड़ता है।" -
त्रिलोकी सिंह, दुकानदार ने कहा,
"मंडी में किसी भी बैंक की शाखा या एटीएम नहीं है, जिससे नगदी को लेकर बड़ी समस्या होती है।"
5. सुरक्षा और टैक्स से जुड़ी समस्याएं
व्यापारियों को टैक्स और सुरक्षा से जुड़ी भी कई समस्याएं झेलनी पड़ रही हैं।
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राज किशोर, किराना विक्रेता ने कहा,
"गुदरी मंडी में सीसीटीवी कैमरा नहीं है, जिससे सुरक्षा का गंभीर संकट बना रहता है।" -
महादेव प्रसाद, किराना विक्रेता ने आरोप लगाया,
"वार्ड इंस्पेक्टर ₹200 की रसीद काटते हैं, लेकिन ऑफिस में बुलाकर ₹2000 वसूलते हैं।" -
सुरेंद्र केशरी, किराना दुकानदार ने सुझाव दिया,
"सरकार किराना सामानों पर तर्कसंगत टैक्स लगाए ताकि विक्रेता भी खुश रहें और ग्राहकों पर अधिक भार न पड़े।"
व्यापारियों की सरकार से अपील
बिहार व्यवसायी संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष चंद्रभान गुप्ता ने कहा,
"गुदरी किराना बाजार में सुविधाओं की कमी के कारण ग्राहक अपने परिवार के साथ आने से कतराते हैं। सरकार से अनुरोध है कि इस पर ध्यान दिया जाए, नहीं तो स्थिति और भयावह हो सकती है।"
निष्कर्ष
गुदरी किराना बाजार में सुविधाओं की कमी, ट्रैफिक जाम, सुरक्षा, ऑनलाइन शॉपिंग का असर, और डिजिटल ट्रांजैक्शन की समस्या जैसी कई चुनौतियां हैं। अगर प्रशासन जल्द ध्यान नहीं देता, तो यह बाजार पूरी तरह संकट में आ सकता है। स्थानीय व्यापारियों ने सरकार से मांग की है कि सुविधाओं में सुधार किया जाए, टैक्स नीति पर पुनर्विचार हो, और बाजार की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाए।
न्यूज साभार : (रिपोर्ट: प्रशांत कुमार / विनीत पांडेय, फोटो: देवराज ओझा, स्रोत: हिंदुस्तान, बोले आरा अभियान)