अडानी के फॉर्च्यून तेल से भरा ट्रक गायब, बिहार की बजाय राजस्थान में मिली लोकेशन, बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर
मध्य प्रदेश के नीमच में अडानी विल्मर प्लांट से 2150 कार्टन फार्चुन तेल चोरी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का खुलासा हुआ है। पुलिस ने इस मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके पास से भारी मात्रा में चोरी का तेल, नकदी और अन्य सामान बरामद किया गया है। इस गिरोह ने ट्रांसपोर्टर को चकमा देकर तेल से भरा ट्रक गायब कर दिया था, जिसे बिहार के बजाय राजस्थान में ट्रेस किया गया।
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प्रतीकात्मक फोटो |
कैसे हुआ खुलासा
3 अक्टूबर को महावीर यादव नामक ट्रांसपोर्टर ने नीमच सिटी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया कि वह महावीर रोड लाइन्स के नाम से ट्रांसपोर्टिंग का व्यवसाय करता है। अडानी विल्मर लिमिटेड से 2150 कार्टन फार्चुन तेल लेकर एक ट्रेलर 29 सितंबर को मुजफ्फरपुर के लिए रवाना हुआ था, लेकिन ट्रक चालक रास्ते में ही ट्रेलर लेकर फरार हो गया। जब ट्रक की लोकेशन ट्रैक की गई तो यह बिहार के बजाय राजस्थान में मिला।
पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल के निर्देश पर नीमच सिटी थाना प्रभारी विकास पटेल और साइबर सेल प्रभारी प्रदीप शिंदे की टीम ने जांच शुरू की। सीसीटीवी फुटेज और अन्य तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने ट्रक के जयपुर में होने की पुष्टि की। इसके बाद टीम ने कार्रवाई करते हुए सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
क्या-क्या बरामद हुआ
पुलिस ने इस गिरोह के पास से 35 कार्टन फार्चुन तेल, 560 पाउच, 53 खाली खोखे, एक मोबाइल फोन, 200 लीटर का हरा ड्रम, एक टाटा मैजिक (RJ-14 JH-2910), 5.31 लाख रुपये नकद, तेल की कैन, कंप्यूटर सिस्टम, एक मारुति स्विफ्ट कार और दो ट्रेलर (RJ-27 GC-5248 और RJ-27 GD-2416) जब्त किए हैं।
गिरफ्तार आरोपी
- शंकरलाल (47), निवासी बसंत बिहार, जयपुर
- लक्ष्मीनारायण (40), निवासी उदयपुरीया, जयपुर
- भवानी सिंह (41), निवासी शक्तिनगर, जयपुर
- हरीश (40), निवासी भगवानपुरा, निम्बाहेड़ा
- सुरेश (37), निवासी ब्रह्मपुरी, मांडलगढ़
- भेरुलाल (40), निवासी हाजिया खेड़ी
- गजेन्द्र (31), निवासी मुखर्जी चौक, मंगलवाड़
तेल चोरी गैंग का नेटवर्क
पुलिस की जांच में सामने आया है कि यह गिरोह बड़े संगठित तरीके से काम करता था। ट्रक ड्राइवर और ट्रांसपोर्टर को भरोसे में लेकर ये लोग ट्रकों को अपने ठिकानों पर ले जाते थे और वहां से तेल के कार्टन गायब कर देते थे। उसके बाद ट्रक को किसी दूसरी जगह छोड़ देते थे ताकि किसी को शक न हो।
पुलिस की अगली कार्रवाई
पुलिस इस मामले में गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि चोरी किया गया तेल किन बाजारों में बेचा जाता था। इस गैंग के दूसरे राज्यों में भी सक्रिय होने की संभावना जताई जा रही है।
निष्कर्ष
नीमच से बिहार के लिए रवाना हुआ अडानी का तेल से भरा ट्रक राजस्थान में मिला, जिससे यह साफ हो गया कि यह एक संगठित गिरोह का काम था। पुलिस ने इस मामले में बड़ी सफलता हासिल करते हुए 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और भारी मात्रा में चोरी का सामान बरामद किया है। आगे की जांच जारी है और इस मामले में और खुलासे होने की संभावना है।