नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ से पहले दिखी भयावह भीड़, RPF-CRPF को किया गया था अलर्ट
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ से पहले दिखी भयावह भीड़, RPF-CRPF को किया गया था अलर्ट
नई दिल्ली: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में शामिल होने के लिए लाखों श्रद्धालु ट्रेन पकड़ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे, लेकिन वहां का नजारा किसी युद्ध के मैदान से कम नहीं था। मंगलवार की शाम 7 बजे से ही स्टेशन के अंदर और बाहर यात्रियों का सैलाब उमड़ने लगा। हर ओर सिर्फ भीड़ ही भीड़ थी। हालात इतने बिगड़ गए कि आरपीएफ और सीआरपीएफ को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अलर्ट कर दिया गया।
शाम 7 बजे से ही स्टेशन पर पैर रखने की जगह नहीं थी
शाम होते-होते ही नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्रवेश द्वार, फुटओवर ब्रिज और प्लेटफॉर्म्स पर तिल रखने की भी जगह नहीं बची। प्लेटफॉर्म ही नहीं, नई दिल्ली मेट्रो स्टेशन भी यात्रियों से खचाखच भर चुका था। वहां से निकलने वाले लोग सीधे रेलवे स्टेशन की ओर बढ़ रहे थे। कई यात्री इतने परेशान थे कि एक-दूसरे से धक्का-मुक्की करते हुए आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे।
"भीड़ इतनी ज्यादा थी कि सांस तक लेना मुश्किल था," यह कहना है गाजियाबाद से आए एक यात्री का, जिन्होंने अपनी ट्रेन मिस कर दी।
शिव गंगा एक्सप्रेस के लिए उमड़ी बेकाबू भीड़
रात 8 बजकर 5 मिनट पर नई दिल्ली से कानपुर और वाराणसी के लिए चलने वाली शिव गंगा एक्सप्रेस के प्लेटफॉर्म पर हालात और बिगड़ गए। प्लेटफॉर्म नंबर 12 पर जबरदस्त भीड़ जमा हो गई। लोग अपनी ट्रेन पकड़ने के लिए इधर-उधर भाग रहे थे।
हाल यह था कि जनरल, स्लीपर और एसी कोच सभी ठसाठस भर चुके थे। कुछ यात्री तो गेट के बाहर लटककर सफर करने को मजबूर थे। ट्रेन के अंदर टॉयलेट तक में यात्री बैठे हुए थे।
महाकुंभ में जाने का सपना अधूरा छोड़ लौटे कई यात्री
महाकुंभ में शामिल होने का सपना संजोए कई श्रद्धालु जब इस भयावह भीड़ को देख डरे तो उन्होंने प्रयागराज जाने का इरादा ही बदल दिया। दिल्ली-एनसीआर से आए कई यात्रियों ने अमर उजाला से बातचीत में बताया कि उन्होंने पूरी तैयारी कर रखी थी, लेकिन जब स्टेशन पर इतना भारी हुजूम देखा, तो घर लौटने में ही समझदारी समझी।
"मैंने सुना था कि कुंभ में भीड़ होती है, लेकिन ट्रेन पकड़ने में इतनी दिक्कत होगी, यह नहीं सोचा था," नोएडा से आए एक यात्री ने कहा।
रेलवे ने किया अलर्ट, आरपीएफ-सीआरपीएफ ने संभाला मोर्चा
स्टेशन पर बढ़ती भीड़ को देखते हुए रेलवे प्रशासन तुरंत हरकत में आया। घोषणा की गई कि शिव गंगा एक्सप्रेस के यात्री शांति बनाए रखें। इसके बाद आरपीएफ को स्थिति संभालने के निर्देश दिए गए। दूसरी ओर, मेट्रो स्टेशन से हर-हर महादेव के जयकारे लगाते हुए श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार रेलवे स्टेशन की ओर बढ़ रही थी।
"हमें समझ नहीं आ रहा था कि भीड़ को कैसे रोका जाए, कुछ यात्री काफी आक्रोश में भी थे," एक रेलवे अधिकारी ने बताया।
बेकाबू भीड़ के कारण कई ट्रेनें लेट, कुछ यात्रियों की तबीयत बिगड़ी
रात 9 बजे तक हालात इतने खराब हो चुके थे कि कई ट्रेनों को देरी से चलाना पड़ा। भीड़ के दबाव में कुछ यात्री बेहोश भी हो गए, जिन्हें तुरंत मेडिकल सहायता दी गई।
निष्कर्ष: क्या अगले कुछ दिनों तक स्थिति ऐसी ही रहेगी?
महाकुंभ में जाने के लिए लोगों का उत्साह चरम पर है, लेकिन रेलवे और प्रशासन को भीड़ प्रबंधन की चुनौती से निपटने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। अगर ऐसे ही हालात बने रहे, तो आने वाले दिनों में यात्रियों को और ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
🚨 अगर आप भी महाकुंभ जाने की योजना बना रहे हैं, तो समय से पहले स्टेशन पहुंचे और सुरक्षित यात्रा करें! 🚨
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